Bhrigu Samhita: ये तो सभी जानना चाहते हैं कि हमारा अच्छा समय कब आएगा व हमारा भविष्य कैसा है? लेकिन क्या आप जानते हैं कि हमारे जीवन से जुड़े इन सारे रहस्यों के बारे में पता लगाया जा सकता है। जी हां, भृगु संहिता एक ऐसा ग्रंथ है, जिसमें इन सारे प्रश्नों के हल बताए गए हैं।
चलिए ‘धार्मिक सुविचार’ पर इस भूत-भविष्य का लेखा-जोखा रखने वाले ग्रंथ भृगु संहिता के बारे में विस्तार से जानते हैं!
Bhrigu Samhita:भृगु संहिता में कितने जन्मों का रहस्य छुपा है?
भृगु संहिता एक ऐसा ग्रंथ है जिसमें ज्योतिष से जुड़ी सभी जानकारी उपलब्ध है। कहा जाता है कि इस ग्रंथ में व्यक्ति के कई जन्मों के राज लिखे हुए हैं, और इससे हर व्यक्ति की तीन जन्मों की जन्मपत्री बनाई जा सकती है। ज्योतिष के जानकारों के अनुसार भृगु संहिता में अजन्मे शिशु का भी भविष्य जाना जा सकता है। इस संहिता में कुंडली के लग्न के अनुसार बताया गया है कि किसी व्यक्ति का भाग्य कब साथ देगा।
Bhrigu Samhita:कहां उपलब्ध है भृगु संहिता ?
पिछली व आने वाली जिंदगी के बारे में बताने वाली भृगु संहिता होशियापुर की ‘भृगुअन दी गली’ में रखी गई है, जिसे पांच हजार साल पुरानी माना जाता है। पंजाब में लगभग 5 हजार साल पुरानी ज्योतिष परंपरा को मानने वाले लोग देश में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी हैं, जो आज भी ‘भृगु संहिता’ पर भरोसा करते हैं। मान्यता है कि इस ग्रंथ को ऋषि भृगु ने लिखा था, जो कई टन वजनी बताया जाता है।
Bhrigu Samhita:कैसे होती है भूत-भविष्य की गणना ?
कहा जाता है कि जब कोई व्यक्ति भृगु शास्त्री को अपना नाम, जन्म तिथि, माता-पिता का नाम आदि बताता है, तो भृगु संहिता में उससे जुड़ी जानकारियां ढूंढी जाती हैं। इस तरह ग्रंथ में नाम मिलने पर व्यक्ति को उसका अतीत व भविष्य बताया जाता है।
आपको बता दें कि भृगु एक ऐसे ऋषि रहे हैं, जिन्हें भूत, भविष्य और वर्तमान सब-कुछ ज्ञात था। उन्होंने ये सिद्ध किया कि कुंडली के लग्न को देखकर व्यक्ति के भविष्य व पिछले जन्मों के बारे में जाना जा सकता है। भृगु संहिता इन्हीं के द्वारा रचित ज्योतिष का एक विशाल ग्रंथ है, जिसमें आप अपने आने वाले जीवन के बारे में जान सकते हैं।
तो ये थी व्यक्ति का भूत व भविष्य बताने वाले ग्रंथ भृगु संहिता से जुड़ी जानकारी।
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