जाने रामलला की चरण पादुका से जुड़ी जानकारी ram mandir ayodhya opening date और क्या है विशेषताएं ? प्राण-प्रतिष्ठा के समय राम लला को अर्पित की जाने वाली पादुका को श्रीचल्ला श्रीनिवास शास्त्री ने तैयार किया है, जो हैदराबाद के हैं। इस पादुका को निर्मित करने में 1 किलो सोना, 7 किलो चांदी और कई अन्य बहुमूल्य रत्नों का प्रयोग किया गया है। रामलला की चरण पादुका को देश भर के कई धार्मिक स्थलों पर ले जाया जा रहा है।
बीते 17 दिसंबर को इन्हें रामेश्वर धाम से अहमदाबाद लाया गया था, और अभी तिरूपति बाला जी के बाद इन्हें सोमनाथ भी ले जाया जाएगा। अहमदाबाद पहुंची इन दिव्य चरण पादुकाओं को बालाजी मंदिर के ट्रस्टी के सुब्बारायुडू और कुछ भक्तों ने अपने सिर पर रखा, साथ ही मंदिर के पंडितो द्वारा इस पादुका की विशेष पूजा की गयी।
आपको बता दें रामलला की चरण पादुका के साथ श्रीचल्ला श्रीनिवास शास्त्री ने अयोध्या की 41 दिन परिक्रमा की थी। जिसके बाद पिछले दो सालों से इन्हें रामेश्वरम से बदरीनाथा तक देश के सभी प्रसिद्ध मंदिरों में ले जाया जा रहा है। हालांकि ये पादुकाएं 19 जनवरी को, प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले अयोध्या पहुंच जाएंगी, और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद भगवान की चरण पादुकाएं भी राम मंदिर में ही रखी जाएंगी। जिसके बाद भक्त भी इस दिव्य पादुका के दर्शन कर सकेंगे।
तो ये थी प्राण प्रतिष्ठा के समय राम लला को अर्पित की जाने वाली दिव्य चरण पादुका के बारे में जानकारी। भक्तवत्सल भगवान श्री राम की इस पादुका के दर्शन से निश्चय ही सबका जीवन कृतार्थ होगा।
राम मंदिर: इन्हें गया है निमंत्रण !
सदियों की प्रतीक्षा के बाद आखिरकार भव्य राम मंदिर में रामलला अपनी अलौकिक छवि से भक्तों को मंत्रमुग्ध करने वाले हैं। ram mandir ayodhya opening date 22 जनवरी को रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा होनी है, जिसमें प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित होंगे, जो इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बनेंगे।
प्राण प्रतिष्ठा समारोह में कुल कितने निमंत्रण भेजे गये हैं?
भगवान श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में सम्मिलित होने के लिये कुल 6200 लोगों को न्योता भेजा गया है, जिसमें 4000 निमंत्रण साधु-संतों को गये हैं। इस विशेष आयोजन में राम मंदिर आंदोलन के अगुआ रहे बीजेपी के दिग्गज नेता लाल कृष्ण आडवाणी और डॉक्टर मुरली मनोहर जोशी को भी आमंत्रित किया गया है, हालांकि इन दोनों हस्तियों की उम्र, ठंड और सेहत को देखते हुए उनके आगमन पर अभी संशय बना हुआ है।
प्रधानमंत्री मोदी के साथ-साथ ये हस्तियां भी होंगी शामिल
22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की सादर उपस्थिति में किया जायेगा। इस समय प्रधानमंत्री के साथ राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ यानि आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत और राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित रहेंगे।
राम जन्मभूमि ट्रस्ट के सचिव चंपत राय के अनुसार मोदी जी सुबह 11 बजे समारोह स्थल पर पहुंच जाएंगे। हालांकि प्रधानमंत्री यजमान नहीं है, क्योंकि यजमान को वहां पर 8 दिन बैठना होता है। आपको बता दें कि इस भव्य कार्यक्रम के लिए पूर्व प्रधानमंत्रियों को भी निमंत्रण भेजा गया है। इसके अलावा रतन टाटा के उत्तराधिकारी चंद्रशेखरन, मुकेश अंबानी, गौतम अडानी को भी न्योता भेजा गया है।
अगर फिल्म जगत की बात करें तो अमिताभ बच्चन, गुरूदास मान, माधुरी दीक्षित, रजनीकांत, मधुर भंडारकर और प्रसून जोशी को भी इस कार्यक्रम में बुलाया गया है। इसके साथ ही इसरो अहमदाबाद के डायरेक्टर नीरज देसाई को भी आमंत्रित किया है। इस भव्य क्षण के साक्षी बनने के लिये रामायण धारावाहिक में भगवान श्री राम का जीवंत किरदार निभाने वाले अरुण गोविल और महाभारत के कृष्ण भारद्वाज को भी विशेष निमंत्रण भेजा गया है।
आम श्रद्धालु इस दिन से कर सकेंगे दर्शन
जैसा कि हमने आपको बताया कि प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम 22 जनवरी की दोपहर 12 बजे के बाद पूरा हो जाएगा, जिसके बाद 23 जनवरी से आम श्रद्धालु भी श्रीराम के दर्शन कर सकेंगे। बता दें कि 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के आयोजन की तारीख गणेश्वरजेशी द्रविड़ जी द्वारा तय की गयी थी।
तो ये थी जानकारी रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आमंत्रित किये गये विशेष अतिथियों के बारे में।
भगवान रामलला के वस्त्र की खासियत
अयोध्या में मंदिर निर्माण के बाद भगवान राम लला के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को भव्य रूप देने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में भगवान की साज-सज्जा का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है। प्राण प्रतिष्ठा के समय राम लला को धारण कराए जाने वाले वस्त्र को लेकर भी विशेष तैयारियां की जा रही हैं।
कहां तैयार हो रहा है रामलला का वस्त्र?
रामलला के वस्त्र यूं तो पूरे देश और दुनिया के लोग समर्पित करना चाह रहे हैं लेकिन राम मंदिर ट्रस्ट की मानें तो पुणे के कुछ लोग 10 दिसंबर यानी रविवार से भगवान राम लला के वस्त्र का निर्माण प्रारंभ कर चुके हैं।
बताया जा रहा है कि राम लला का वस्त्र सोने के धागे से तैयार किया जाएगा, यानि इस वस्त्र की सिलाई सोने के धागे से की जाएगी। इसके लिए ‘दो धागे श्रीराम के लिए’ नाम से एक मुहिम भी चलाई गई है, जिससे इस वस्त्र के निर्माण में भक्तों को अपना योगदान देने का अवसर मिल रहा है। आपको बता दें कि ये पहल श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र-अयोध्या और हेरिटेज हैंडवीविंग रिवाइवल चैरिटेबल ट्रस्ट-पुणे के सहयोग से शुरू की गई है।
इतना होगा भव्य रामलला का परिधान !
जब 22 जनवरी को रामलला के नए मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होगी तो उनकी अद्भुत छवि सोने के मुकुट, रत्नजड़ित माला व सोने के वस्त्र से सुसज्जित होगी। अपने भव्य परिधान में रामलला सोने के सिंहासन पर विराजमान होकर भक्तों को दर्शन देंगे।
राम मंदिर ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी ने राम लला के वस्त्र के बारे में बात करते हुए कहा कि भगवान के लिए देश भर के अनेक लोग सुंदर वस्त्र तैयार कर रहे हैं। पुणे, गुजरात के साथ-साथ कई अन्य जगहों पर भी वस्त्र तैयार किये जा रहे हैं। गोविंद देव गिरि के अनुसार सभी वस्त्र तैयार होने के बाद जो सबसे अच्छा लगेगा, प्राण प्रतिष्ठा के समय रामलला वही वस्त्र धारण करेंगे। तो ये थी प्राण प्रतिष्ठा के समय राम लला को पहनाए जाने वाले विशेष वस्त्र की तैयारियों से जुड़ी जानकारी।
जिस दिन का देशवासियों को इंतजार था, वो धीरे-धीरे नजदीक आता जा रहा है। यह दिन है अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का। 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होगी। इसके लिए दोपहर 12 बजे से 1 बजे का समय चुना गया है। आइए जानते हैं आखिर क्यों रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के लिए 22 जनवरी का दिन ही चुना गया।
ज्योतिष के अनुसार, सभी मांगलिक कार्य अच्छे नक्षत्रों को देखकर किए जाते हैं, उन्हीं नक्षत्रों में से एक मृगशीर्ष नक्षत्र। 22 जनवरी 2024 की दोपहर 12 बजे से मृगशीर्ष नक्षत्र रहेगा, जिसे बहुत शुभ माना गया है। मृगशीर्ष नक्षत्र के चलते रामलला को विराजित करने का यह मुहूर्त सर्वोत्कृष्ट मुहूर्त रहेगा। ज्योतिष की मानें तो मृगशीर्ष नक्षत्र को कृषि कार्य, व्यापार, विदेश यात्रा के लिए सर्वश्रेष्ठ माना गया है, क्योंकि भारत कृषि प्रधान देश है, ऐसे में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा इस शुभ मुहूर्त में करने से राष्ट्र का कल्याण होगा और वह निरंतर प्रगति करेगा।
अभिजीत योग में हुआ था प्रभु श्री राम का जन्म
राम मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी कामेश्वर चौपाल बताते हैं कि प्रभु श्री राम का जन्म अभिजीत योग में हुआ था। अन्य तिथियों में यह योग क्षणिक समय के लिए बन रहा था, जबकि 22 जनवरी को यह अभिजीत योग लंबे समय तक का है। जो प्राण-प्रतिष्ठा के लिए एक शुभ समय माना जाता है। 22 जनवरी को शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि है, इस तिथि को भगवान विष्णु का दिन माना जाता है, जो भगवान राम के अवतार हैं।
चार हजार संत-महात्मा होंगे शामिल
राम मंदिर ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने बताया कि श्री राम जन्मभूमि मंदिर में भगवान रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होगी। इस मौके पर देश के लगभग 4000 संत-महात्मा और समाज के 2500 प्रतिष्ठित महानुभाव मौजूद रहेंगे। इनमें उत्तर प्रदेस के सीएम योगी आदित्यनाथ, आरएसएस के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जैसे नाम भी शामिल हैं।
मृगशीर्ष नक्षत्र के चलते रामलला को विराजित करने का यह मुहूर्त सर्वोत्कृष्ट मुहूर्त रहेगा। आशा करते हैं इस लेख द्वारा प्रदान की गई
जानकारी आपको पसंद आई होगी।
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