खरमास: एक पौराणिक कथा और इसका महत्व

खरमास हर साल दो बार लगता है: पहला जब सूर्य देव धनु राशि में प्रवेश करते हैं और दूसरा मीन संक्रांति के समय। इस अवधि में मांगलिक कार्य वर्जित होते हैं।

खरमास

खरमास की कहानी

खरमास की कहानी मार्कंडेय पुराण में मिलती है। संस्कृत में ‘खर’ का अर्थ गधा होता है। कथा के अनुसार, सूर्य देव अपने घोड़ों के रथ पर सवार होकर ब्रह्मांड की परिक्रमा कर रहे थे। लेकिन घोड़ों को आराम की जरूरत होती है और वे थक जाते हैं। इस दौरान सूर्य देव ने सोचा कि क्यों न उन्हें पानी पिलाया जाए और थोड़ा आराम किया जाए।

सूर्य देव ने देखा कि रथ रुक गया तो सृष्टि चक्र प्रभावित होगा। उन्होंने तालाब के किनारे चर रहे गधों को देखा और सोचा कि क्यों न घोड़ों को आराम देते हुए गधों को रथ में जोड़ दिया जाए। इस तरह, गधों को रथ में बांधकर सूर्य देव ने अपनी परिक्रमा जारी रखी।

गधों की धीमी गति के कारण सूर्य देव का तेज भी कमजोर हो गया। यही कारण है कि खरमास के दौरान धरती पर सूर्य देव का तेज प्रकट नहीं हो पाता। मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव ने गधों को वापस तालाब के किनारे छोड़ दिया और अपने घोड़ों को फिर से रथ में शामिल किया।

खरमास का महत्व

खरमास को नारायण का महीना माना जाता है। यह आध्यात्मिक रूप से स्वयं को संपन्न और उन्नत बनाने का समय है। इस दौरान तीरथ यात्रा, कथा श्रवण, कीर्तन, और भजन का महत्व अत्यधिक होता है।

खरमास

खरमास में क्या करें:

1.सूर्य देव और भगवान विष्णु की पूजा करें।
2.प्रतिदिन तीन बार श्री आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें।
3.श्री विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें।
4.गायत्री मंत्र का जप करें।
5.दान करें (अन्न, वस्त्र, धन आदि)।
6.तीर्थ यात्रा करें।
7.पिता का चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लें।
8.गुरु का आशीर्वाद लें।
9.धार्मिक ग्रंथों का पाठ करें।
10.व्रत और ध्यान करें।

खरमास में क्या न करें:

1.तामसिक भोजन (लहसुन, प्याज, मांस, मदिरा) का सेवन न करें।
2.मुंडन, गृह प्रवेश, विवाह आदि न करें।
3.नया वाहन, घर, प्लॉट, या आभूषण न खरीदें।
4.नवविवाहित कपल को संसर्ग न करने दें।
5.शुभ कार्यों की चर्चा न करें।
6.खरमास का राशियों अनुसार दान

खरमास

हर राशि के जातक को खरमास में कुछ विशेष चीजों का दान करना चाहिए:

1.मेष राशि: लाल रंग की चीजें दें।
2.वृषभ राशि: धन का दान करें।
3.मिथुन राशि: साबुत मूंग और हरी सब्जियां दें।
4.कर्क राशि: सफेद वस्त्र और दही का दान करें।
5.सिंह राशि: गुड़, चकी, और मूंगफली का दान करें।
6.कन्या राशि: हरी सब्जियां और फल दें।
7.तुला राशि: बताशी और मशरूम का दान करें।
8.वृश्चिक राशि: लाल वस्त्र और अनार का दान करें।
9.धनु राशि: नींबू और केले का दान करें।
10.मकर राशि: काले तिल का दान करें।
11.कुंभ राशि: मंदिर में झाड़ू और गरीबों को धन दें।
12.मीन राशि: मकई और कद्दू का दान करें।

इस प्रकार, खरमास एक महत्वपूर्ण समय है जब हमें अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की आवश्यकता होती है। आप इस दौरान सूर्य देव और भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।

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