Suvichar: जीवन को प्रेरित (Inspiration) करने वाले सुविचार (2024)

Suvichar:- ज़िन्दगी के सफर में, हमें वो अनमोल पल मिलते हैं जो हमारे मन को छू लेते हैं। वो पल हमें एहसास कराते हैं कि हम वास्तव में क्या महत्वपूर्ण हैं। वो समय हमें सिखाते हैं कि खुशियों का सच्चा अर्थ क्या होता है, और कितना महत्वपूर्ण है समय का महसूस करना। इन पलों में छुपी हुई ख़ासियत है जो शब्दों में नहीं बयां की जा सकती, बल्कि सीधे दिल की गहराइयों में छू जाती हैं। इसलिए, हमें हमेशा याद रखना चाहिए कि जिंदगी की सबसे बड़ी धनी हम खुद होते हैं, और हमें अपनी खुशियों की कीमत समझनी चाहिए।

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Suvichar: मन को छू लेने वाले 50 सुविचार

  1. संभव की सीमा जानने का एक ही तरीका है, असंभव से आगे निकल जाना।
  2. उन पर ध्यान मत दीजिए जो आपकी पीठ पीछे बातें करते हैं। इसका सीधा सा अर्थ है आप उनसे दो कदम आगे हैं।
  3. यदि आपमें गलतियाँ स्वीकारने की हिम्मत होती है तो लोग आपकी गलतियाँ माफ़ कर देते हैं।
  4. कोई भी जन्म से बुद्धिमान नहीं होता, ज्ञान अपने प्रयासों से ही प्राप्त होता है।
  5. जो मन समस्याओं को जन्म दे रहा है, वो समाधान नहीं दे सकता। उस मन पर काम करने की जरूरत है।
  6. मन में सोचे हुए कार्य को मुंह से बाहर नहीं निकालना चाहिए। इसे हमेशा मंत्र के समान गुप्त रखकर, उसकी रक्षा करनी चाहिए।
  7. शिक्षक और सड़क एक जैसे होते हैं। खुद जहाँ हैं वहीं होते हैं लेकिन दूसरों को मंजिल तक पहुंचा देते हैं।
  8. कर्म पर विश्वास रखो और ईश्वर पर आस्था, कितना भी कठिन लक्ष्य हो, मिल जाएगा रास्ता।
  9. एक शांत और स्थाई चित्त हर विप्पति से निकलने का रास्ता निकाल लेता है।
  10. एक इंसान की समझ सिर्फ इतनी है, की उसे जानवर कहो तो नाराज हो जाता है, और शेर कहो तो खुश हो जाता है।
  11. जो व्यक्ति अच्छी आदतों का आदी हो जाता है उसे सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है।
  12. मौन ही प्रार्थना का शुद्ध एवं उच्चतम स्तर है।
  13. छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता और टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता।
  14. अपनी उर्जा को चिंता करने में खत्म करने से बेहतर है, इसका उपयोग समाधान ढूंढने में किया जाए।
  15. जो व्यक्ति अच्छी आदतों का आदी हो जाता है उसे सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है।
  16. क्षमा धर्म है, क्षमा यज्ञ है, क्षमा वेद है और क्षमा शास्त्र है। इसको जानने वाला सब कुछ क्षमा करने योग्य हो जाता है।
  17. कुछ अलग करने के लिए भीड़ से अलग होना पड़ेगा।
  18. ईश्वर को अपना वकील बनाने वाला अपना मुकदमा मुफ़्त में जीतता है।
  19. दूसरो के प्रति ईर्ष्या आपकी एकाग्रता और शांति को भंग करती है।
  20. रिश्तों की सिलाई अगर भावनाओं से हुई है तो टूटना मुश्किल है, अगर स्वार्थ से हुई है तो टिकना मुश्किल है।
  21. न ही बीता हुआ कल आएगा और न ही आने वाला कल। जो कुछ है वो आज, अभी, इसी वक्त है।
  22. यह जीवन ईश्वर का अमूल्य वरदान है इसलिए इसे व्यर्थ नही गंवाना चाहिए।
  23. हम बाहर की चुनौतियों से नहीं, बल्कि अपने अंदर की कमजोरी से हारते हैं।
  24. अकेले रहने और तन्हा रहने में बहुत अंदर है। अकेले रह पाना आपको स्वयं में पूर्ण करता है जबकि तन्हाई अपूर्ण।
  25. हम बाहर की चुनौतियों से नहीं, बल्कि अपने अंदर की कमजोरी से हारते हैं।
  26. ज्ञानी व्यक्ति की कभी भी मृत्यु नहीं होती है, वे अपने ज्ञान का प्रकाश हमेशा बिखेरते रहते है।
  27. जो व्यक्ति अच्छी आदतों का आदी हो जाता है उसे सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है।
  28. बड़ा आदमी वह है जो अपने पास बैठे व्यक्ति को छोटा महसूस ना होने दे!
  29. जब तक मन कैकयी न हो, तब तक कोई मंथरा कान नहीं भर सकती।
  30. सोच का ही फर्क होता है, वरना समस्याएँ आपको कमजोर नहीं मजबूत बनाने आती हैं।
  31. हम बाहर की चुनौतियों से नहीं, बल्कि अपने अंदर की कमजोरी से हारते हैं।
  32. जीवन में बस चलते रहना नहीं चाहिए, सही मार्ग पर चलते रहना चाहिए।
  33. न ही बीता हुआ कल आएगा और न ही आने वाला कल। जो कुछ है वो आज, अभी, इसी वक्त है।
  34. बुरों के प्रति बुरा बनने में नहीं, बल्कि उनसे दूर रहने में भलाई है।
  35. ईश्वर को अपना वकील बनाने वाला अपना मुकदमा मुफ़्त में जीतता है।
  36. आप सफलता तब तक नहीं प्राप्त कर सकते, जबतक आप में असफल होने का साहस न हो।
  37. विश्वास वो शक्ति है जिससे उजड़ी हुई दुनियाँ में भी प्रकाश फैलाया जा सकता है।
  38. व्यक्ति का परिश्रम ही उसका सच्चा मित्र होता है।
  39. अच्छे व्यवहार और सच्ची भक्ति का कोई आर्थिक मूल्य भले ही न हो, मगर इसमें भगवान की कृपा प्राप्त करने की शक्ति होती है।
  40. गलती करने में बुराई नहीं है, बुराई तब है जब हम उन गलतियों से सीख नहीं लेते हैं और उन्हें दोहराते जाते हैं।
  41. जो व्यक्ति अच्छी आदतों का आदी हो जाता है उसे सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है।
  42. कौन कहता है इंसान खाली हाथ आता है। सच तो ये हैं कि भाग्य लेकर आता है और कर्म लेकर जाता है।
  43. सब्र और सच्चाई एक ऐसी सवारी है, जो कभी अपने सवार को गिरने नही देती।
  44. हजार मील के सफल की शुरुआत एक छोटे कदम से होती है।
  45. अपनी उर्जा को चिंता करने में खत्म करने से बेहतर है, इसका उपयोग समाधान ढूंढने में किया जाए।
  46. यह मत भूलें कि जो शरीर व मस्तिष्क ईश्वर ने विश्व के सबसे सफल व्यक्ति को दिया है, वही आपको भी दिया है। बस आपको उसका उपयोग कैसे करना है, यह आप तय करेंगे।
  47. यदि आपमें गलतियाँ स्वीकारने की हिम्मत होती है तो लोग आपकी गलतियाँ माफ़ कर देते हैं।
  48. हम बाहर की चुनौतियों से नहीं, बल्कि अपने अंदर की कमजोरी से हारते हैं।
  49. सब्र और सच्चाई एक ऐसी सवारी है, जो कभी अपने सवार को गिरने नहीं देती।

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