Rahu Gochar 2025: जानिए राहू के गोचर का सही समय और तिथि

Rahu Gochar 2025: में एक महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना मानी जा रही है, क्योंकि इसका प्रभाव सभी 12 राशियों पर अलग-अलग रूप से पड़ता है। राहु लगभग 18 महीने में एक राशि में गोचर करता है और यह जीवन के कई क्षेत्रों में परिवर्तन ला सकता है जैसे करियर, स्वास्थ्य, संबंध, मानसिक स्थिति आदि।

Rahu Gochar 2025

Rahu Gochar 2025 की तिथि और समय

तिथि: 18 मई 2025 (शुक्रवार) समय: शाम 07:35 बजे (भारतीय समयानुसार) राहु का गोचर 18 महीने में होता है राशि परिवर्तन : राहु कुंभराशि में प्रवेश करेगा।

Rahu Gochar 2025: 18 मई से इन 4 राशियों की बदलेगी किस्मत

अगर राहु किसी पर मेहरबान हो जाए, तो वह व्यक्ति रातोंरात तरक्की कर सकता है। अब राहु 18 मई 2025 से शनि की राशि कुंभ में गोचर करने जा रहे हैं। शनि और राहु के बीच अच्छे संबंध होते हैं, इसलिए यह बदलाव कुछ राशियों के लिए बहुत शुभ साबित होगा। खासकर मेष, मिथुन, कर्क और धनु राशि वालों की किस्मत चमकने वाली है।

मेष राशि – करियर में तरक्की और विदेश यात्रा के योग

करियर में उन्नति और धन लाभ के मौके मिलेंगे।

खर्च बढ़ सकते हैं, लेकिन आमदनी भी अच्छी होगी।

विदेश यात्रा के योग बन रहे हैं।

जीवन में खुशी और नई ऊर्जा का संचार होगा।

मिथुन राशि – रुके काम बनेंगे, आय में बढ़ोतरी

अटके हुए काम बनने लगेंगे।

वाहन सुख की प्राप्ति हो सकती है।

आय में इजाफा होगा, लेकिन मेहनत ज्यादा करनी पड़ेगी।

नौकरी या व्यवसाय में आपकी छवि बेहतर होगी।

कर्क राशि – करियर में सुधार और रिश्तों में मिठास

करियर में अच्छे मौके मिल सकते हैं।

अधिकारी वर्ग से सहयोग मिलेगा।

पुराने रिश्तों में सुधार होगा।

सफलता के लिए मेहनत करनी होगी।

धनु राशि – आत्मविश्वास में बढ़ोतरी और धार्मिक यात्रा के योग

साहस और आत्मविश्वास में इजाफा होगा।

धार्मिक यात्रा पर जाने के योग है।

विदेश यात्रा की संभावना भी बन रही है।

पारिवारिक रिश्ते मजबूत होंगे।

राहु क्या है ?

राहु एक छाया ग्रह है जो वास्तविक ग्रह नहीं है, लेकिन इसका प्रभाव जीवन पर गहरा होता है। यह चंद्रमा और सूर्य के पथ के काटने वाले बिंदुओं में से एक होता है। यह हमेशा वक्री गति से चलता है, यानी सामान्य ग्रहों के विपरीत दिशा में।

Rahu Gochar 2025:वक्री चाल का अर्थ

वक्री चाल का अर्थ है पीछे की ओर गति करना। जब कोई ग्रह वक्री होता है, तो वह पृथ्वी से देखने पर उल्टी दिशा में चलता हुआ प्रतीत होता है। राहु की चाल सामान्यतः वक्री ही मानी जाती है।

Rahu Gochar 2025: राहु वक्री चाल का प्रभाव

मन और सोच पर प्रभाव व्यक्ति की सोच अधिक कल्पनात्मक और भ्रमित हो सकती है।

भौतिक इच्छाओं में वृद्धि यश, भोग-विलास और छल-कपट की ओर झुकाव हो सकता है।

अस्थिरता – राहु जिस भाव में हो, वहाँ जीवन में अस्थिरता ला सकता है।

भक्तों ये थी राहु गोचर से जुड़ी समय और तिथि की सम्पूर्ण जानकारी, हम आशा करते हैं कि आपको ये जानकारी पसंद आई होगी।

ऐसे ही व्रत, त्यौहार व अन्य धार्मिक जानकारियों के लिए जुड़े रहिए धार्मिक सुविचार के साथ

और पढ़ें ↘️ 

Leave a Comment