Lakshmi Panchami: सनातन धर्म में माता लक्ष्मी को समर्पित कई ऐसे पर्व मनाए जाते हैं जो जातक को मनोवांछित फल देने वाले होते हैं। ऐसा ही एक पावन पर्व है लक्ष्मी पंचमी।
इस लेख में जानिए
• लक्ष्मी पंचमी कब है?
• लक्ष्मी पंचमी का महत्व
• लक्ष्मी पंचमी पर किए जाने वाले अनुष्ठान
• लक्ष्मी पंचमी पर मिलने वाले लाभ
लक्ष्मी पंचमी Lakshmi Panchami
लक्ष्मी पंचमी चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर मनाई जाती है।
साल 2024 में यह व्रत – 12 अप्रैल, शुक्रवार को किया जाएगा।
पञ्चमी तिथि प्रारंभ – 12 अप्रैल 2024 को 01:11 PM
पञ्चमी तिथि का समापन 13 अप्रैल 2024 को 12:04 PM पर होगा।
लक्ष्मी पंचमी Lakshmi Panchami का महत्व
लक्ष्मी पंचमी का पर्व हिंदू नव वर्ष के प्रथम सप्ताह में आता है। वर्ष के आरंभ में देवी लक्ष्मी की उपासना करना अत्यंत शुभ फल देने वाला माना जाता है। इस दिन जातक पूरी आस्था से उपवास रखते हैं, और घरों तथा कार्यालयों में माता लक्ष्मी की विधि-विधान से
पूजा की जाती है। ऐसी मान्यता है कि लक्ष्मी पंचमी को पूरे दिन पवित्र मनोभाव से व्रत रखकर रात्रि में माता लक्ष्मी की पूजा करने से मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है। जिस भक्त को लक्ष्मी जी की कृपा प्राप्त होती है, वो दुख, दरिद्रता, गृह क्लेश आदि से मुक्त हो जाता है।
लक्ष्मी पंचमी Lakshmi Panchami पर किए जाने वाले अनुष्ठान
• श्री लक्ष्मी पंचमी के दिन जातक को ब्रह्म मुहूर्त में स्नान आदि कार्यों से निवृत होकर, शुद्ध हृदय से माता लक्ष्मी के व्रत का संकल्प लेना चाहिए।
• पूजा के समय माता लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित कर उन्हे पंचामृत से स्नान कराएं, तत्पश्चात विधिवत् पूजन प्रारंभ करें।
• व्रत करने वाले जातक द्वारा इस दिन ब्रह्माणों को भोजन कराया जाता है, और यथासंभव दान-दक्षिणा दी जाती है।
इस व्रत में भक्तों को केवल फलाहार का ही सेवन करना चाहिए। अन्न ग्रहण नहीं करना चाहिए।
• इस दिन लक्ष्मी उपासना करने वाले जातक को कनकधारा स्तोत्र, लक्ष्मी स्तोत्रम और श्री सुक्तम आदि स्तोत्रों का श्रद्धापूर्वक पाठ करना चाहिए।
लक्ष्मी पंचमी Lakshmi Panchami से मिलने वाले लाभ
• लक्ष्मी पंचमी पर देवी लक्ष्मी की पूजा करने से दरिद्रता दूर होती है।
• इस दिन देवी लक्ष्मी की श्रद्धापूर्वक आराधना करने से नौकरी या व्यवसाय में असफलता या अधिक व्यय की परेशानी दूर होती है।
• लक्ष्मी पंचमी पर कनकधारा स्त्रोत, लक्ष्मी स्त्रोत आदि का पाठ करने से जीवनपर्यंत माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।
• इस दिन माता लक्ष्मी के व्रत का पालन करने से न सिर्फ़ धन-धान्य में वृद्धि होती है, बल्कि आजीवन सुख सौभाग्य का वरदान भी प्राप्त होता है।
तो भक्तों, यह थी लक्ष्मी पंचमी के पावन पर्व से जुड़ी विशेष जानकारी।
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