धार्मिक सुविचार Dharmik Suvichar के माध्यम से हमें जीवन में सकारात्मकता और शांति की ओर आग्रहित किया जाता है। यह समझना महत्वपूर्ण है कि हम अपने अंदर भगवान की प्रतिष्ठा को कैसे स्थापित करते हैं। हमें स्नेह और सहानुभूति के साथ अपने परिवार और समाज के प्रति अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए।
धार्मिक सुविचार हमें यह बताते हैं कि सच्चे धर्म का मतलब है मन में शुद्धता और उदारता के साथ जीना। इस धार्मिक यात्रा में हमें संगठित और संवेदनशील बनने का संदेश मिलता है। धार्मिक सुविचार हमें आदर्श नागरिक बनने की प्रेरणा प्रदान करते हैं, जो समाज के लिए सकारात्मक परिवर्तन के स्रोत के रूप में काम करते हैं।
धार्मिक सुविचार Dharmik Suvichar
-
- जीभ पर लगी चोट ठीक हो जाती है, लेकिन जीभ से लगी चोट कभी ठीक नहीं होती।
- सब्र और सच्चाई एक ऐसी सवारी है, जो कभी अपने सवार को गिरने नहीं देती।
- हमारे हजारो शब्दों से श्रेष्ठ केवल एक शब्द, जो शान्ति ला सकता है, वो श्रेष्ठ है।
- गलती करने में बुराई नहीं है, बुराई तब है जब हम उन गलतियों से सीख नहीं लेते हैं और उन्हें दोहराते जाते हैं।
- बड़ा आदमी वह है जो अपने पास बैठे व्यक्ति को छोटा महसूस ना होने दे!
- इतनी शक्ति हमें देना दाता मन का विश्वास कमज़ोर हो ना। हम चलें नेक रस्ते पे हमसे भूलकर भी कोई भूल हो ना।
- हम बाहर की चुनौतियों से नहीं, बल्कि अपने अंदर की कमजोरी से हारते हैं।
- जीवन में बस चलते रहना नहीं चाहिए, सही मार्ग पर चलते रहना चाहिए। न ही बीता हुआ कल आएगा और न ही आने वाला कल। जो कुछ है वो आज, अभी, इसी वक्त है।
- बुरों के प्रति बुरा बनने में नहीं, बल्कि उनसे दूर रहने में भलाई है।
- ईश्वर को अपना वकील बनाने वाला अपना मुकदमा मुफ़्त में जीतता है।
- आप सफलता तब तक नहीं प्राप्त कर सकते, जबतक आप में असफल होने का साहस न हो।
- विश्वास वो शक्ति है जिससे उजड़ी हुई दुनियाँ में भी प्रकाश फैलाया जा सकता है।
- व्यक्ति का परिश्रम ही उसका सच्चा मित्र होता है।
- अच्छे व्यवहार और सच्ची भक्ति का कोई आर्थिक मूल्य भले ही न हो, मगर इसमें भगवान की कृपा प्राप्त करने की शक्ति होती है।
- गलती करने में बुराई नहीं है, बुराई तब है जब हम उन गलतियों से सीख नहीं लेते हैं और उन्हें दोहराते जाते हैं।
- जो व्यक्ति अच्छी आदतों का आदी हो जाता है उसे सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है।
- कौन कहता है इंसान खाली हाथ आता है। सच तो ये हैं कि भाग्य लेकर आता है और कर्म लेकर जाता है।
- सब्र और सच्चाई एक ऐसी सवारी है, जो कभी अपने सवार को गिरने नही देती।
- हजार मील के सफल की शुरुआत एक छोटे कदम से होती है।
- अपनी उर्जा को चिंता करने में खत्म करने से बेहतर है, इसका उपयोग समाधान ढूंढने में किया जाए।
- यह मत भूलें कि जो शरीर व मस्तिष्क ईश्वर ने विश्व के सबसे सफल व्यक्ति को दिया है, वही आपको भी दिया है। बस आपको उसका उपयोग कैसे करना है, यह आप तय करेंगे।
- यदि आपमें गलतियाँ स्वीकारने की हिम्मत होती है तो लोग आपकी गलतियाँ माफ़ कर देते हैं।
- हम बाहर की चुनौतियों से नहीं, बल्कि अपने अंदर की कमजोरी से हारते हैं।
- आप ईश्वर को पाने के लिए एक कदम बढ़ाओ, ईश्वर आपको पाने के लिए हजार कदम बढ़ाएगा।
- क्षमा धर्म है, क्षमा यज्ञ है, क्षमा वेद है और क्षमा शास्त्र है। इसको जानने वाला सब कुछ क्षमा करने योग्य हो जाता है।
- जो व्यक्ति अच्छी आदतों का आदी हो जाता है उसे सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है।
- जिस समय कोई समस्या जन्म लेती है, उसी समय समाधान भी जन्म लेता है।
- अकेले रहने और तन्हा रहने में बहुत अंदर है। अकेले रह पाना आपको स्वयं में पूर्ण करता है जबकि तन्हाई अपूर्ण।
ऐसे ही व्रत, त्यौहार व अन्य धार्मिक जानकारियों के लिए जुड़े रहिए ‘धार्मिक सुविचार’ के साथ
1 thought on “Dharmik Suvichar 2024: धार्मिक सुविचार आध्यात्मिक जागृति के लिए”