Amalaki Ekadashi:हिन्दू धर्म में हर एकादशी व्रत का अपना एक विशेष महत्व होता है। इसी प्रकार आमलकी एकादशी भी असंख्य पुण्यफल देने वाली मानी जाती है। ये एकादशी महाशिवरात्रि एवं होली के बीच पड़ती है, और फाल्गुन मास के ‘शुक्ल पक्ष’ की ‘एकादशी तिथि’ पर मनाई जाती है। इस दिन जातक ‘श्री हरि’ की कृपा प्राप्त करने के लिए उनकी पूजा करते हैं, एवं व्रत रखते हैं।
आमलकी एकादशी(Amalaki Ekadashi)- 20 मार्च, बुधवार
एकादशी तिथि प्रारम्भ 20 मार्च 2024, 12:21 AM
एकादशी तिथि समाप्त- 21 मार्च 2024, 02:22 AM
पारण समय – 01:18 PM से 03:44 PM
पारण तिथि के दिन हरि वासर समाप्त होने का समय – 08:58 AM
नोट – ध्यान रहे कि एकादशी व्रत का पारण द्वादशी तिथि समाप्त होने से पहले करें। द्वादशी तिथि में पारण न करने से व्रत के सारे पुण्यकर्म नष्ट हो जाते हैं और जातक पाप का भागीदार होता है।
साथ ही श्रद्धालुओं को व्रत तोड़ने के लिए हरि वासर समाप्त होने की प्रतीक्षा करनी चाहिए। एकादशी व्रत का पारण हरि वासर काल में कदापि नहीं करना चाहिए। बता दें कि ‘हरि वासर’ द्वादशी तिथि की पहली एक चौथाई अवधि है।
Amalaki Ekadashi:अन्य शुभ मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त- 04:27 AM से 05:14 AM
प्रातः सन्ध्या – 04:50 AM से 06:02 AM
Amalaki Ekadashi:अभिजित मुहूर्त- कोई नहीं
विजय मुहूर्त – 02:07 PM से 02:55 PM
गोधूलि मुहूर्त – 06:07 PM से 06:31 PM
सायाह्न सन्ध्या- 06:09 PM से 07:20 PM
अमृत काल- 03:35 PM से 05:20 PM
निशिता मुहूर्त- 20 मार्च, 11:41 PM से 21 मार्च 12:29 AM
रवि योग- 06:02 AM से 10:38 PM
तो यह थी आमलकी एकादशी के शुभ मुहूर्त और तिथि से जुड़ी पूरी जानकारी। इस एकादशी की कथा व महत्व से जुड़ी जानकारी भी
‘धार्मिक सुविचार’ पर उपलब्ध है। हम आशा करते हैं कि आपका व्रत सफल हो।