स्वस्थ जीवन के लिए हर व्यक्ति को योग करना बहुत जरूरी है। योग को आप जादू भी कह सकते है, क्योंकि ये ना सिर्फ शरीर में ऊर्जा का संचार करता है, और इसे स्वस्थ रखता है, बल्कि योग जीवन के प्रति उत्साह भी बढ़ाता है। योग के इसी महत्त्व को समझते हुए हर वर्ष अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है।
चलिए इस लेख में जानते हैं
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 कब है? क्या है थीम ?
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस क्यों मनाया जाता है?
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का इतिहास
योग करने से मिलने वाले लाभ
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 कब है? क्या है थीम?
साल 2025 में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून, शनिवार को मनाया जाएगा। इस बार की थीम “योगा फॉर बन अर्थ, वन हेल्थ” है।
अंतरर्राष्ट्रीय योग दिवस क्यों मनाया जाता है?
आजकल दुनिया भर में आए दिन जानलेवा बीमारियां फैलती रहती हैं, ऐसे भी योग अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का एक बेहद कारगर उपाय है।
रोगग्रस्त होकर इलाज के लिए अस्पताल के चक्कर लगाने और पैसे खर्च करने से बेहतर है कि प्रतिदिन योग के लिए समय निकाला जाए।
योग करने में ना ही किसी प्रकार का खर्च होता है, और ना ही कोई नुकसान होता है। योग से होने वाले लाभ को दुनिया ने माना है, इसलिए योग दिवस को आज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाता है।
योग सिर्फ़ मोटे या बीमार लोगों के लिए ही आवश्यक नहीं है, बल्कि ये व्यक्ति का सर्वांगीण विकास करता है।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनुष्य को शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए मनाया जाता है।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025:अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का इतिहास
भारतीय संस्कृति में योग का सदियों से ही विशेष महत्व रहा है और इसको आरोग्य प्राप्त करने का सबसे कारगर उपाय माना गया है।
योग दिवस मनाने की पहल सर्वप्रथम भारत की ओर से की गई। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 सितंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र संघ की बैठक में एक प्रस्ताव रखा था, जिसमें मांग की गई थी कि वर्ष भर में कोई एक दिन को योग दिवस के नाम से मनाया जाए।
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने प्रधानमंत्री मोदी के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया, और इसी के साथ हर वर्ष 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के तौर पर मनाने का निर्णय लिया गया।
इसके बाद 21 जून 2015 को पूरे विश्व में पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया, जिसका नेतृत्व भारत ने किया था।
पहले योग दिवस के अवसर पर 35 हजार से अधिक लोगों ने दिल्ली के राजपथ पर योगासन किया था, जिसमें 84 देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया था।
इस आयोजन को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में जगह मिली थी।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025:योग करने से मिलने वाले लाभ
1. शरीर स्वस्थ रहता है
नियमित योग करने से शरीर में रक्त का संचार सुचारू रूप से होता है, जिससे शरीर में स्फूर्ति आती है। इसके अलावा योग के जरिए हम शारीरिक विकार को भी दूर कर सकते हैं।
2. वजन कम होता है
सूर्य नमस्कार योग की प्रभावशाली विधाओं में से एक है। इसे करने से शरीर में लचीलापन आता है, और रक्त प्रवाह अच्छा होने के शरीर की अकड़न से छुटकारा मिलता है, और प्रतिदिन योग करने से वजन भी नियंत्रित रहता है।
3. नकारात्मकता का भाव कम होता है
योग करने से मन की एकाग्रता बढ़ती है। हमारे अंदर सकारात्मकता आती है, और दुख, नकारात्मकता आदि का प्रभाव नष्ट होता है। योग से क्रोध कम करने में आसानी होती है, और ब्लड प्रेशर पर भी नियंत्रण रहता है।
4. मनोबल बढ़ता है
योग करने से व्यक्ति का आत्मबल व आत्मविश्वास दोनों बढ़ता है। इससे सभी कार्यों में सफलता मिलती है, और मनुष्य को हर परिस्थिति से डटकर मुकाबला करने का संबल मिलता है।
5. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती
नियमित योग करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी सुधार होता है। इससे व्यक्ति असाध्य रोगों से लड़कर एक स्वस्थ जीवन जी सकता है, साथ ही वो भविष्य में रोगग्रस्त होने से भी बच सकता है।
इसके अलावा योग से पाचन क्रिया व श्वसन क्रिया दोनो संतुलित होती हैं।
6. कार्य क्षमता बढ़ती है
आजकल की व्यस्तता से भरी जिंदगी में व्यक्ति जल्दी थकान महसूस करने लगता है, और काम करने की क्षमता में कमी आने लगती है। लेकिन यदि प्रतिदिन योग किया जाए तो आपके शरीर में ऊर्जा बनी रहेगी। थकान या किसी कार्य के प्रति उदासीनता का भाव नहीं रहेगा।
तो दोस्तों, ये थी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस से जड़ी विशेष जानकारी।
आप भी प्रतिदिन योग करें, स्वस्थ रहें और दूसरों को भी योग करने के लिए प्रेरित करें।
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