Vivah Panchami 2024 विवाह पंचमी कब है 2024:विवाह पंचमी पर विशेष महत्व और शुभ मुहूर्त ( Eternal Blessings, Divine Significance, और Auspicious Muhurat का महापर्व)

Vivah Panchami 2024:विवाह पंचमी का दिन हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है, क्योंकि इसी दिन जानकी और श्री राम का शुभ विवाह संपन्न हुआ था। यही कारण है कि हर वर्ष मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर यह दिन भारत में एक उत्सव के रूप में मनाया जाता है।

Vivah Panchami 2024

इस लेख में आप जानेंगे-

1. विवाह पंचमी कब है

2. विवाह पंचमी का महत्व

3. विवाह पंचमी के दिन के अनुष्ठान

4. विवाह पंचमी पर क्यों नहीं होता विवाह

1. Vivah Panchami 2024 विवाह पंचमी कब है

विवाह पंचमी 06 दिसंबर, शुक्रवार को मनाई जाएगी।

• पंचमी तिथि 05 दिसम्बर, गुरुवार को दोपहर 12 बजकर 49 मिनट पर प्रारंभ होगी।

• पंचमी तिथि का समापन 06 दिसम्बर, शुक्रवार को दोपहर 12 बजकर 07 मिनट पर होगा।

विवाह पंचमी Vivah Panchami 2024 के अन्य शुभ मुहूर्त

• ब्रह्म मुहूर्त – 04:43 AM से 05:37 AM

• प्रातः सन्ध्या – 05:10 AM से 06:30 AM

• अभिजित मुहूर्त – 11:28 AM से 12:10 PM

• विजय मुहूर्त – 01:35 PM से 02:18 PM

• गोधूलि मुहूर्त – 05:05 PM से 05:32 PM

• सायाह सन्ध्या – 05:08 PM से 06:28 PM

• अमृत काल- 06:58 AM से 08:33 AM

• निशिता मुहूर्त – 11:23 PM से 12:16 AM, 07 दिसम्बर

• सर्वार्थ सिद्धि योग 06:30 AM से 05:18 PM

• रवि योग – 05:18 PM से 06:31 AM, 07 दिसम्बर

2. विवाह पंचमी Vivah Panchami 2024 का महत्व

विवाह पंचमी भगवान श्री राम और माता सीता के विवाह की वर्षगांठ के रूप में मनाई जाती है। सभी भक्त इस दिन भक्ति भाव के साथ राम जानकी की उपासना करते हैं, और इस अनुष्ठान का आनंद लेते हैं। विवाह पंचमी उत्सव के दिन घर व मंदिरों में विवाह के मंगल गीत गाये जाते हैं, जिसमें लोग बड़ी संख्या में भाग लेते हैं।

यूं तो विवाह पंचमी का उत्सव पूरे देश में मनाया जाता है, लेकिन अयोध्या और जनकपुर में यह दिन अत्यंत ही भव्य रूप से मनाया जाता है। इस दिन बहुत से तीर्थ यात्री अयोध्या और जनकपुर आकर प्रभु श्री राम जी के विवाह उत्सव का आनंद लेते हैं।

3. विवाह पंचमी Vivah Panchami 2024 के दिन के अनुष्ठान

• विवाह पंचमी के दिन भक्त धूमधाम से भगवान श्री राम की बारात निकालते हैं।

• लोग अपने घरों में राम जानकी की प्रतिमा स्थापित करते हैं।

• इसके बाद भगवान श्रीगणेश का ध्यान कर के विवाह की रस्म आरंभ की जाती है।

• विवाह पंचमी के दिन हनुमान जी का आह्वान करके उनकी पूजा अवश्य करनी चाहिए, क्योंकि हनुमान जी भगवान श्री राम के अनन्य भक्त और माता सीता को अत्यंत प्रिय माने जाते हैं।

इस दिन विवाह की रस्म के दौरान माता सीता और भगवान श्री राम को माला पहनाई जाती है और उनका गठबंधन किया जाता है।

विवाह की रस्म पूरी होने के बाद प्रसाद बांटा जाता है।

• विवाह पंचमी के दिन जातक भगवान श्री राम और माता सीता का अधिक से अधिक ध्यान करते हैं।

• इस दिन प्रभु श्री राम और माता सीता की आराधना करना विशेष फलदायक माना जाता है।

• विवाह पंचमी के दिन व्रत रखना और भगवान श्री राम के मन्त्रों का जाप करना शुभ माना जाता है।

4. विवाह पंचमी Vivah Panchami 2024 पर क्यों नहीं होता विवाह

विवाह पंचमी को लेकर कई पुराणों में इसका विशेष महत्व है, किंतु इस दिन कई जगहों पर विवाह जैसे मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं। इस दिन भगवान श्री राम और माता सीता का विवाह हुआ था, फिर भी लोग इस तिथि पर अपनी बेटी का विवाह करना उचित नहीं मानते है।

Vivah Panchami 2024

धार्मिक दृष्टि से विवाह पंचमी का दिन विशेष महत्वपूर्ण होने के बाद भी मिथिलांचल और नेपाल में इस दिन विवाह आयोजन क्यों नहीं किए जाते है, इसके पीछे एक कारण है, वो ये कि माता सीता का वैवाहिक जीवन सुखमय नहीं था। इसी कारण इस दिन त्योहार तो मनाया जाता है, लेकिन सीता जी के दुखद वैवाहिक जीवन को देखते हुए इस दिन विवाह निषेध होते हैं।

14 वर्ष वनवास के बाद भी गर्भवती सीता का श्रीराम ने परित्याग कर दिया था। इस तरह राजकुमारी सीता को महारानी बनने का सुख नहीं मिला। माता सीता का आगे का सारा जीवन अपने जुड़वां बच्चों लव और कुश के साथ वन में ही बीता। इसीलिए विवाह पंचमी के दिन लोग अपनी बेटियों का विवाह नहीं करते हैं।

उनके मन में आशंका यह होती है कि कहीं माता जानकी की तरह ही उनकी बेटी का वैवाहिक जीवन दुखमय न हो जाए, सिर्फ इतना ही नहीं, विवाह पंचमी पर की जाने वाली रामकथा का अंत राम और सीता का विवाह संपन्न होने पर ही हो जाता है, क्योंकि दोनों के जीवन के आगे की कथा दुखों और कष्टों से भरी है, इस लिए इस शुभ दिन भक्त सुखांत के साथ ही इस कथा का समापन करते हैं।

हमारी कामना है कि आपको दिन किए गए सभी धार्मिक कर्मों का संपूर्ण फल प्राप्त हो, और आप पर भगवान राम व माता सीता की कृपा सदैव बनी रहे।

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FAQ

1. विवाह पंचमी 2024 कब है और इसका महत्व क्या है?
विवाह पंचमी 2024 में 9 दिसंबर को मनाई जाएगी। यह दिन भगवान श्रीराम और माता सीता के विवाह का शुभ दिन है। इसे शुभ और पवित्र माना जाता है क्योंकि इस दिन प्रेम, समर्पण और धर्म का प्रतीक माना जाता है। यह दिन विवाह के लिए विशेष रूप से auspicious है।

2. विवाह पंचमी का धार्मिक महत्व क्या है?
विवाह पंचमी devotion और spirituality का प्रतीक है। इस दिन माता सीता और भगवान राम के आदर्श जीवन का अनुसरण किया जाता है। यह दिन family bonding, सुखी वैवाहिक जीवन और प्रेम में विश्वास बढ़ाने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।

3. विवाह पंचमी पर कौन-कौन से अनुष्ठान किए जाते हैं?
विवाह पंचमी पर भगवान श्रीराम और माता सीता की puja की जाती है। भक्त Ramcharitmanas का पाठ करते हैं और Ram-Sita Vivah के दृश्य का मंचन (झांकी) किया जाता है। व्रत और charity करना इस दिन विशेष फलदायी माना जाता है।

4. क्या विवाह पंचमी के दिन शादी करना शुभ होता है?
जी हां, विवाह पंचमी का दिन शादी के लिए अत्यधिक शुभ माना जाता है। इसे celestial blessing का समय कहा गया है। जो भी इस दिन विवाह करता है, उसे भगवान श्रीराम और माता सीता का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

5. विवाह पंचमी 2024 का शुभ मुहूर्त क्या है?
विवाह पंचमी 2024 का शुभ मुहूर्त 9 दिसंबर को पूरे दिन रहेगा। हालांकि, विशेष पूजा और अनुष्ठान के लिए Brahma Muhurat (सुबह 4:00 से 6:00 बजे) को सर्वश्रेष्ठ माना जाता है।

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